अनुसंधान समस्याओं के प्रमुख स्त्रोतों का उल्लेख कीजिए। Mention the main sources of research problems

अनुसंधान से सम्बन्धित समस्याओं के प्रमुख स्त्रोत निम्नलिखित हैं-

(1) सम्बन्धित साहित्य का अध्ययन-अनुसंधान समस्या की जानकारी में साहित्य का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। जिस क्षेत्र में अनुसंधान किया जाता है, उस क्षेत्र के साहित्य का गहन अध्ययन करने से अनुसंधान समस्याओं की जानकारी हासिल होती है। सम्बन्धित साहित्य के अध्ययन के दौरान उस क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं एवं आवश्यकताओं का आभास हो सकता है। साथ ही अनुसंधानकर्ता को यह भी पता लग सकता है कि किन समस्याओं पा पहले ही कार्य हो चुका है और जिन समस्याओं पर कार्य हो चुका है उनके कौन से आयामो पर अभी कार्य किया जा सकता है। साहित्य के अध्ययन से यह भी ज्ञात होता है कि पूर्व में अनुसंधानकर्ता ने किस विधि को अपनाया है तथा अब कौनसी विधि द्वारा अनुसंधान किया जा सकता है। इस प्रकार स्पष्ट होता है कि अनुसंधान समस्याओं की जानकारी करने से सम्बन्धित साहित्य का महत्त्वपूर्ण स्थान है।

(2) अनुसंधान से उद्भूत नवीन समस्याएँ- अनुसंधान कार्य एक निरन्तर चलने वाला प्रक्रम है। एक समस्या सामने आती है उसे हल करने के लिये अनुसंधान किया जाता है और इस अनुसंधान के दौरान नए प्रश्न एवं समस्याएँ उपस्थित हो जाती है। इन नये प्रश्नों पर पुनः अनुसंधान किया जा सकता है। उदाहरण के लिये, वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष यात्रा के लिये अन्तरिक्ष यानों का आविष्कार किया और मानव ने अन्तरिक्ष यात्रा प्रारम्भ की। प्रत्येक अन्तरिक्ष यात्रा ने कई प्रश्न एवं समस्याएँ वैज्ञानिकों के सामने उपस्थित किये जिन पर वैज्ञानिक अनुसंधान कर रहे हैं। इस प्रकार समस्याएँ, अनुसंधान, नई समस्याएँ और फिर अनुसंधान यह एक निरन्तर चलने वाला प्रक्रम है। अतः शोधकर्ता यदि पूर्ण किये गये अनुसंधान को पढ़े तो उसे अनेक नई समस्याएँ दिखाई दे सकती हैं।

(3) वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रगति के फलस्वरूप उत्पन्न समस्याएँ-विज्ञान एवं तकनीकी प्रगति का प्रभाव शिक्षा जगत पर हुए बिना नहीं रह सकता है। शिक्षा जगत में नवीन साधन-सुविधाओं का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है, यह एक महत्त्वपूर्ण शोध का क्षेत्र हो सकता है। अध्यापन मशीनों का आविष्कार, टेलीविजन, चलचित्र, टेप रिकार्डर आदि का विभिन्न शैक्षिक उद्देश्यों के लिये उपयोग भी इस बात का प्रमाण है कि विज्ञान एवं तकनीकी प्रगति शिक्षा जगत को प्रभावित किए बिना नहीं रहती।

(4) सिद्धान्त से नई समस्याओं के स्त्रोत-प्रत्येक सिद्धान्तवाद नये प्रश्न उत्पन्न करता है या नये अधिसिद्धान्त प्रतिपादित करने में सहायक होता है। इनको परखने के लिए हम नए अनुसंधान संचालित कर सकते हैं। अतः सिद्धांतवाद भी अनुसंधान समस्याओं का महत्त्वपूर्ण स्त्रोत है। कई बार एक सिद्धांतवाद किसी नई घटना को समझाने में असफल हो जाता है। ऐसी परिस्थिति में अनुसंधान के आधार पर तो नया सिद्धांतवाद प्रतिपादित किया जाता है या उसका परिवर्तन, परिवर्द्धन किया जाता है।

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