गतान संतुलन में असाम्य से आपका क्या आशय है, Meaning of Dis-equilibrium/Unfavourable of Balance Payment

भुगतान संतुलन में असाम्य/प्रतिकूलता का आशय (Meaning of Dis-equilibrium/Unfavourable of Balance Payment) भुगतान संतुलन में असाम्य/प्रतिकूलता/असंतुलन का अर्थ ऐसी स्थिति से है, जिसके अन्तर्गत स्वचालित प्राप्तियाँ एवं भुगतानों में अंतर स्पष्ट होता है। अन्य शब्दों में यदि प्राप्तियों (जमा) का योग भुगतानों (नाम) के योग से अधिक है तो भुगतान संतुलन में आधिक्य (Surplus) एवं … Read more

क्रय शक्ति समता सिद्धान्त की आलोचनाएँ, Criticism of the Purchasing Power Partiy Theory

Criticism of the Purchasing Power Partiy Theory: प्रो. कैसिल द्वारा प्रतिपादित सिद्धान्त में अनेक कमियाँ हैं। यह सिद्धान्त विनिमय दर को निर्धारित करने तथा उसके परिवर्तनों की संतोषप्रद विवेचना करने में असफल रहा है। इस सिद्धान्त की प्रमुख आलोचनाएँ निम्नलिखित हैं- (1) यह सिद्धान्त पूर्णतः पूरा नहीं है- यह सिद्धान्त केवल यह व्यक्त करता है … Read more

क्रय शक्ति, समता सिद्धान्त के विस्तार से समझाइए, Purchasing Power Theory

क्रय शक्ति समता सिद्धान्त (Purchasing Power Theory) क्रय शक्ति समता सिद्धान्त का संबंध स्टॉक होम (स्वीडन) विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. गुस्ताव कैसिल (Gustave Cassel) से जोड़ा जाता है। किन्तु वास्तव में इस अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार एवं वित्त सिद्धान्त का प्रतिपादन सर्वप्रथम 1802 ई. में जॉन द्विटले (John Wheatley) द्वारा अपनी पुस्तक (Remark on Currency and … Read more

विदेशी विनिमय दर से क्या अभिप्राय है? Meaning of Foreign Exchange Rate.

विदेशी विनिमय दर का अभिप्राय (Meaning of Foreign Exchange Rate) सामान्यतः विदेशी विनिमय दर का अभिप्राय दो देशों की मुद्राओं के विनिमय अनुपात से है। अन्य शब्दों में, जिस दर पर एक देश की मुद्रा दूसरे देश की मुद्रा में परिवर्तित को जाती है. उसे ही विनिमय दर कहते हैं। विदेशी विनिमय दर को इस … Read more

प्रबन्ध को विज्ञापन की प्रभावोत्पादकता का मूल्यांकन क्यों करना चाहिये ?, Why should management evaluate the effectiveness of advertising

आज प्रत्येक उत्पादक या निर्माता यह चाहता है कि उसके द्वारा किया‌ गया संवर्द्धन व्यय कारगर सिद्ध हो। अतः यह आवश्यक है कि प्रत्येक प्रबन्धक यह जानने का प्रयास करे कि संवर्द्धन प्रयासों तथा विज्ञापन से वास्तव में विक्रय वृद्धि हो रही है या नहीं। विज्ञापन कार्यक्रम के दौरान कई अवस्थाओं में प्रबन्धकों को चाहिए … Read more

विज्ञापन की प्रभावोत्पादकता मापन के विभिन्न तरीकों का वर्णन कीजिए। Methods of Measuring Advertising Effectiveness

विज्ञापन प्रभावोत्पादकता मापन के ढंग अथवा तरीके (Methods of Measuring Advertising Effectiveness)- 1. जागरूकता सर्वेक्षण (Awareness Surveys)प्रायः इस प्रकार के परीक्षण का प्रयोग नये उत्पाद की घोषणा तथा उसके नाम, ट्रेडमार्क क्रय आदि के सन्दर्भ में सामान्य जनता के ज्ञान, परिचय की जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है। व्यक्तियों का विज्ञापन के प्रति … Read more

क्या समाज विज्ञान के परिणाम प्रकृति विज्ञान के परिणामों की भाँति विश्वसनीय होते हैं, Natural Science & Social Science

प्रकृति विज्ञान व समाज विज्ञान के परिणाम (Results Natural Science & Social Science)-सामाजिक अनुसंधान के क्षेत्र में पायी जानी वाली उपयुक्त कठिनाइयों से यह स्पष्ट है कि सामाजिक अनुसंधान के परिणाम प्रकृति विज्ञानों के परिणामों की भाँति निश्चित नहीं होते। सामाजिक अनुसंधान के परिणामों की प्रतिस्थापना किसी सामाजिक पृष्ठभूमि के संदर्भ में की जाती है, … Read more

सामाजिक अनुसंधान की कठिनाइयों का उल्लेख कीजिए। difficulties of social research

difficulties of social research: सामाजिक अनुसंधान की कठिनाइयाँ- किसी भी अनुसंधान कार्य की कठिनाइयों का निर्धारण प्रायः उसकी विषय वस्तु करती है। सामाजिक अनुसंधान की विषय-वस्तु के ऊपर पूर्व नियंत्रण को क्रियान्वित नहीं किया जा सकता। सामाजिक अनुसंधान के लिए अध्ययन की विषय वस्तु समाज है, जिसका विकास किसी निश्चित कालक्रम के अन्तर्गत नहीं हुआ … Read more

अनुसंधान समस्याओं के प्रमुख स्त्रोतों का उल्लेख कीजिए। Mention the main sources of research problems

अनुसंधान से सम्बन्धित समस्याओं के प्रमुख स्त्रोत निम्नलिखित हैं- (1) सम्बन्धित साहित्य का अध्ययन-अनुसंधान समस्या की जानकारी में साहित्य का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। जिस क्षेत्र में अनुसंधान किया जाता है, उस क्षेत्र के साहित्य का गहन अध्ययन करने से अनुसंधान समस्याओं की जानकारी हासिल होती है। सम्बन्धित साहित्य के अध्ययन के दौरान उस क्षेत्र … Read more

व्यवसाय में शोध की आवश्यकता एवं महत्व का वर्णन कीजिए। Describe the need and importance of research in business

शोध की उपयोगिता अथवा आवश्यकता एवं महत्त्व शोध (1) व्यावसायिक उन्नति में सहायक- किसी भी व्यवसाय में अनुमानों व संभावनाओं का महत्त्वपूर्ण स्थान है। व्यवसायी इन्हीं संभावनाओं या अनुमानों के आधार पर कोई भी निर्णय ले सकता है। माँग का अनुमान लगाकर व्यापारी माल का क्रय करता है तथा माल का मूल्य निर्धारित करता है। … Read more